सरहद_की_रक्षा ©My Word My Quotes अपनी सांसों का ऐसा क़र्ज़ अदा किया है वो सब छोड़कर सरहद की रक्षा पे खड़ा है उम्र का हर इक हिसाब किताब करके चला है वो ज़माने के फ़लसफ़ा को समेट कर चला है ख्वाबों में भी सरहद का ज़िक्र निगाहों में रखता है वो अपनी हर ख्वाहिश में सरहद की रक्षा रखता है