उसने तो भुला दिया एक पल में हमको नहीं परा फर्क उस इस दिल के टूट जाने से की नहीं कद्र उसने कभी जज्बातों की हमारी फ़िक्र ना हुई उसको कभी हमारे जीने मर जाने से तो फिर क्यों अब भी उसकी बेरुखी इस दिल को तड़पाती है यह कैसे जुड़ गए है रास्ते हमारे चाहते हैं जितना दूर जाना उस से उतनी ही ज़्यादा वह याद हमें आती है Another poetry from my starting days in writing #dilkepanney#oldmemories