मध्य रात्रि, धिमी सी पवन चल रही , वहीं टिमटिमाते एक चिराग ने लगता है पवन से दोस्ती कर ली हो । पवन चल रही ओर चिराग भी जल रहा । उसी पवन मै तोड़ी हुई मरोड़ी हुई एक खोई सी सुगंध, शायद तेरे जिस्म से वो फिसल गई थी । वहीं खुसबू मेरी यादों के पन्नों पर से भी उभर चुकी थी। पलट के चारो ओर देखा नहीं था कोई सिवाय पानी मै टिमटिमाते हुए आकाश के जुगनूओ के ओर एक चिराग की लो के । वहीं घाट पर बैठ कर पानी से खेलने की आवाज़ अब बस मछलियों की शरारत से ही आती है। #NojotoQuote #night #river #alone #hindi #love #missing खराब हिंदी व्याकरण के लिए क्षमा करना