परमेश्वर कबीर साहेब जी का मगहर से सशरीर सतलोक गमन गरीब, नूर नूर निरगुण पद मेला, देखि भये हैराना हो ।
पद ल्यौलीन भये अविनाशी, पाये पिण्ड न प्राणा हो ।। संत गरीबदास जी ने बताया कि परमेश्वर कबीर जी जब सतलोक को गए तब किसी को परमेश्वर का शरीर नहीं मिला, अर्थात परमेश्वर कबीर जी अविनाशी हैं। ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 में लिखा है वह अविनाशी परमात्मा सशरीर अपने निज लोक को चला जाता है जहां से वह आता है।#Trending#trendingreels#explorepage#vinter#instagramers#likesforlike#Nature#faishion#Winter nojoto #समाज