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तबाएफ बचपन से यही नहीं सोचती मै बड़ी होकर जिस्म बे

तबाएफ बचपन से यही नहीं सोचती मै बड़ी होकर जिस्म बेचने का धंधा करूंगी भिखारी बचपन से नहीं सोचता कि o Puri jindgi भीख मगेगा हर इंसान time ke hisab se नाचता है किसी ki परिस्थिति पे ना हंसे किसी का शौक नहीं होता ये सब करना सच है बॉस पसंद आए तो लाइक और sre करे
तबाएफ बचपन से यही नहीं सोचती मै बड़ी होकर जिस्म बेचने का धंधा करूंगी भिखारी बचपन से नहीं सोचता कि o Puri jindgi भीख मगेगा हर इंसान time ke hisab se नाचता है किसी ki परिस्थिति पे ना हंसे किसी का शौक नहीं होता ये सब करना सच है बॉस पसंद आए तो लाइक और sre करे

सच है बॉस पसंद आए तो लाइक और sre करे