Nojoto: Largest Storytelling Platform

डगर कितना भी अविकसित हो सफर में हमेशा अडिग रहा हू

डगर कितना भी अविकसित हो 
सफर में हमेशा अडिग रहा हूँ 

हर राह हर कदम साथ रहा सबके
मगर आज मेरे परछाई पे भी शक रहा है 

कैसे साबित करता कुछ भी 
जब मेरे नियत पे भी भर्म रहा है 

बस होने को हो रहा सबकुछ अब 
मैंने सबके जुबान पे खंजर रख दिया है 

टूट टूट कर अलग हो बिखर जाओगे ए कामिल
ख़ामोश हो तुमने वजूद को भी नीलम कर रखा है । #kunalpoetry 
#कामिल_कवि 
#kunal 
#yqdidi 
#yqbaba 
#kunu
डगर कितना भी अविकसित हो 
सफर में हमेशा अडिग रहा हूँ 

हर राह हर कदम साथ रहा सबके
मगर आज मेरे परछाई पे भी शक रहा है 

कैसे साबित करता कुछ भी 
जब मेरे नियत पे भी भर्म रहा है 

बस होने को हो रहा सबकुछ अब 
मैंने सबके जुबान पे खंजर रख दिया है 

टूट टूट कर अलग हो बिखर जाओगे ए कामिल
ख़ामोश हो तुमने वजूद को भी नीलम कर रखा है । #kunalpoetry 
#कामिल_कवि 
#kunal 
#yqdidi 
#yqbaba 
#kunu