वो जो भोली सी लड़की है, जिससे मैं प्यार करता हूँ। मैं बस गीत-गज़लों से.. उसका सिंगार करता हूँ। और हमेशा देर से आती है वो, पर अच्छा लगता है.. जब भी उसका इंतजार करता हूँ। और उसकी बाहों को मैं, अपने गले का हार करता हूँ। इस सोशल मीडिया के युग मे भी, मैं उसे खत लिखता हूं। बड़े इश्क़-ए-आलम से... खत का एक-एक शब्द तैयार करता हूँ। इतने हसीन तोफे के लिए, उस ख़ुदा का शुक्रगुजार करता हूँ। वो जो भोली सी लड़की है, जिससे मैं प्यार करता हूँ। ©deepakdilwala वो भोली सी लड़की... Nojoto News