ये पहली बारिश की शाम, एक कप कॉफ़ी एक अधूरी खुली किताब मेरी वायलिन तेरी याद कुछ बहके लम्हें कुछ महके ज़ज्बात, वाह क्या बात, क्या बात।। 😊😊