जो नज़र से उतर गया एक बार, कभी पलट के न देखा मैंने, जो मेरे थे साथ रहे फरेबियों को जाने दिया मैंने क्यों आत्मसम्मान गिराऊं खुद का प्रेम ऐसा कभी न किया मैंने मेरे सामने वो बदल गया, खुद को सम्भाल, बदल लिया मैंने और मेरे सामने गैर के साथ मुस्कुराता है वो, थोड़ा दुख हुआ, उसे मुस्कुराने दिया मैंने ©Ramji Pathak #जानेदिया #प्रेम #बेवफा #nojotohindi #Nojoto #Love