तु हमेशा मेरे साथ क्यू नहीं रह सकता? कुछ अरसे बाद छोडकर जाना जरूरी क्यूं है तुझे? तेरे बगैर मानों जैसे जिंदगी मनहूस हो जाती हैं. क्या मैं कायम तेरा मुस्तफिद नहीं बन सकता? तेरे जाने से जो बेचैनी होती है, उसी से तेरे लौटने की किमत अदा होती हैं. पर तु है कमाल की चीज. सबको तुझे पाने की चाहत हैं तुझे पाते ही जेहन-ए-राहत हैं फर्जी शायर #yolewrimo में आज पत्र लिखें सुकून के नाम। #letters #सुकूनकेनाम #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #sukun_e_zindgi #sukunkitalash #sukunkizindagi #sukun_e_dil