तेरा शहर भी मुझे अब मेरा नही लगता. में जहाँ रहता हूँ वो मकान भी मुझे अब घर मेरा नही लगता . जिस दरगाह पर चादर चढ़ाते देखता था तुझे . वो कहाँ गयी ? यार तेरे शहर का खुदा भी मुझे अब मेरा नही लगता ..... #कबीर..... ©Kabir Thakur तेरा शहर..... #ohkabira43