पुलिस को जानकारी देने के बाद वे रायचंद जी को कहते हैं कि अपने वो गिफ्ट बॉक्सेस फेंक कर बड़ी गलती की। उस स्थान पर जाने पर वहाँ उन्हें कुछ नही मिलता। ऑफिसर रायचंद जी को फटकार लगाकर कहते हैं कि अब किसी भी तरह की घटना होने पर सबसे पहले जानकारी और उससे जुड़ी चीजें वह पुलिस को देंगे।पुलिस स्टेशन वापस आकर वे रायचंद जी से कुछ जरूरी सवाल पूछते हैं। जिनमें एक सवाल यह भी होता है कि जिस कमरे में उनके गिफ्ट्स रखे थे उसकी चाबी कहाँ, किसके पास थी? रायचंद जी को इसकी अधिक जानकारी नहीं होती। अतः वह उन्हें पता करके बताने को कहते हैं। रायचंद जी इसके बाद फैक्टरी से मूलचंद को फोन लगाते हैं और उन्हें इस घटना की जानकारी देते हैं। और चाबी के बारे में पूछते हैं।मूलचंद जी आश्चर्यचकित और चिंतिंत होकर कहते हैं भैया मुझे तो इस बारे में कुछ नहीं पता और गिफ्ट की बात है तो कमरे की चाबी शुरू से सुरेश के पास थी। ©Divya Joshi पूरी कहानी पढ़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें https://lekhaniblog.blogspot.com/2022/05/6_30.html पुलिस को जानकारी देने के बाद वे रायचंद जी को कहते हैं कि अपने वो गिफ्ट बॉक्सेस फेंक कर बड़ी गलती की। उस स्थान पर जाने पर वहाँ उन्हें कुछ नही मिलता। ऑफिसर रायचंद जी को फटकार लगाकर कहते हैं कि अब किसी भी तरह की घटना होने पर सबसे पहले जानकारी और उससे जुड़ी चीजें वह पुलिस को देंगे। पुलिस स्टेशन वापस आकर वे रायचंद जी से कुछ जरूरी सवाल पूछते हैं। जिनमें एक सवाल यह भी होता है कि जिस कमरे में उनके गिफ्ट्स रखे थे उसकी चाबी कहाँ, किसके पास थी? रायचंद जी को इसकी अधिक जानकारी नहीं होती। अतः वह उन्हें पता करके बताने को कहते हैं। रायचंद जी इसके बाद फैक्टरी से मूलचंद को फोन लगाते हैं और उन्हें इस घटना की जानकारी देते हैं। और चाबी के बारे में पूछते हैं। मूलचंद जी आश्चर्यचकित और चिंतिंत भैया मुझे तो इस बारे में कुछ नहीं पता और गिफ्ट की बात है तो कमरे की चाबी शुरू से सुरेश के पास थी.. पूरी कहानी ब्लॉग और प्रतिलिपि पर उपलब्ध है।