लोग करते हैं दुआए कि इश्क नसीब हो जाए, और हमने तो महबूब को ही खफा कर दिया।। न जाने क्यों लोग लगते हैं चक्कर, मंदिर मज्जिद के; हमने तो मामला पहले आंसू पर ही रफा दफा कर दिया।।😎😎 ©KAJAL The poetry writer #aatitude #Isolated