आज ...एक लम्बे अंतराल के बाद archu अपने लिए कुछ वक्त निकाल पाई । शाम का समय ...कड़ाके की ठंड ...हल्की बारिश ....full volume में पसंदीदा गाने ...हाथ में चाय का कप और बालकनी में खड़ी अपने बगीचे को निहार rhi थी ...हर तरफ़ गुलाब और गुलदाउदी के फूल ....एक सुकूं का अहसास _____एकाएक उसकी नज़र सड़क की दूसरी ओर गई ....एक पेड़ के नीचे क़रीब दस - बारह साल की लड़की किसी का इंतज़ार कर रही थी ...लग रहा था काफ़ी वक्त से वहां खड़ी हैं ....archu ने नज़रंदाज़ कर दिया ...और अन्दर आ गई ...क़रीब आधे घंटे के बाद फ़िर बालकनी में गई ..वो लड़की तब भी वहीं थी ..शाम .रात में बदल चुकी थी ...वो लड़की बेचैन सी थी ...बार बार phn की ओर देख rhi थी ....archu वहीं रूक गई , देखने लगी उसके मन में कई सवाल उठने लगे ..कौन हैं , कहां से आई होगी , किसका इंतज़ार हैं उसे ...कहीं घर से तो नहीं भाग गई ..और भी ना जाने क्या क्या ..._____archu को चिंता होने लगी अनजानी सी एक बेचैनी थोड़ी देर उसने इंतज़ार किया ...वो लड़की वहीं खड़ी थी ...और अब अपने आँसू पोंछने लगी थी ..पेड़ से टिककर खड़ी थी ...कड़ाके की ठंड थी उस रात ....एक स्वटेर कान में टोपा बस ....हाथ में पानी की बोतल जो काफ़ी phle खत्म हो गई थी ....आते - जाते लोगो की नज़र अब उसपे पढ़ने लगी थी ....archu का सब्र अब ज़वाब देने लगा था ...उसने सोचा अब bhut हुआ जा कर उससे बात की जाय ....वो बस नीचे जाने के लिए मुड़ी तभी ......... क्रमशः ..... #हिन्दी #story #nojoto #अस्तित्व #NojotoPhoto