कोई मसला तो है तेरे रूठने से वरना क्यों इतनी शिकायत तुझ से होती तुम बेख़बर सी रूठी रहती हो मगर कोई परवाह तो होती होगी की कोई मसला तो है तेरे रूठने से मैं बात बोलकर सफ़ाई दे रहा हूँ की इक तेरा रूठना ही तो बस रखा है नसीब में कोई मसला तो है तेरे रूठने से आँखे बंद हो जाती है यू तकरार कर के की उलझन बढ़ सी जाती है एक तू ही तो है कि मसला है वरना क्यों इतनी शिकायत तुझसे होती की कोई मसला तो है तेरे रूठने से _Dsके लब्ज़ #nojoto #collegedairy