मक़बूलियत का अज़ीम, पैमाना आ गया है अब "लाइक" "कमेंट" का ज़माना आ गया है क़लम घिसने की तवक़्क़ो, बेजा है दोस्त अब तो सूरत दिखाने का, बहाना आ गया है कुछ लोगों के लिए सूरत दिखाने का बहाना है यह #nojoto #poetry