खुली आंख जो, वो मंजर अजीब था, कुछ साथ थे अपने मगर, दर्द का समंदर करीब था, बनाए थे जो आशियाने प्यार और मुहब्बत से, बिखर चुके थे पल भर में, गंवा दिए थे कई अपने उस मौत के भंवर में, सोच कर डर लगता है क्या यही उनका नसीब था।। #1918SpenishFlu