इस पवन का छुना बहकना और महकना मेरे आस पास चाहता हूँ तुमको! मेरी कशिश यह कैसी रोक दूंगा तुम्हें,मुझ तक सुंदर तो ये होगा एक झरोखा मद मस्त आ जाऊँ किसी प्रेमी के हाँथ भा जाऊँ उसकी प्रियसी को इस आत्मा का सहारा गुलाब तुम्हारा। इक ख़याल रखने को तेरा मैं खुद का तुम से ज्यादा ख़याल रखती हूँ , मैं तुमसे मोंगरे सा इश्क़ करती हूँ। खुद का ख़याल रख कर ही जिससे आप प्यार करते हैं उनका ख़याल रखा जा सकता है, अपना ख़याल रखिए क्योंकि आपसे बेहतर विकल्प उनके पास नहीं है, मतलब आप से ज्यादा प्यार उनसे कोई नहीं कर सकता यदि इतनी सी बात आप समझते हैं, तो आपको अपना ख़याल बेहद खूबसूरती से रखना चाहिए ताकि आप उनका ख़याल रख सके।