मेरा ज़मीर मुझसे हर रोज़ कहता है,,,, मत देख अपनी हाथो की लकीरों को,,, ,,,, क्यूँकि वो तब भी तेरी नहीं थी,,,, जब उसका हाथ तेरे हाथ ️में था,,, तकदीर