#OpenPoetry राजा हों महंत हों कि राजनीति के मलंग सब के दुखों का हैं निदान चंद रोटियाँ वेद महाकाव्य हों, पुराण हों कि तंत्र मंत्र आयतों के बीच विद्यमान चंद रोटियाँ दिन रात खेत में बहाता है पसीना खून तब जाके पाता है किसान चंद रोटियाँ भूख से बड़ा नहीं है कोई राजधर्म मित्र भूख के लिए हैं भगवान चंद रोटियाँ #रोटी#नोजोटो#शायरी