मै नासमझ था जो तुझको समझ ना सका, तेरी चाहत में दिल को धड़कने से रोक ना सका, तेरी दीवानगी यूं सर पर चढ गई, जिधर देखूं उधर तू मिल गई, ये ही कसूर था मेरा जो तुझसे बेपनाह इश्क किया, मोहब्बत हो गई तुझसे इतना गुनाह किया, मै नासमझ था जो तुझको समझ ना सका, बिन तेरे मैं जी ना सका और मर ना सका...!!!!! #मैं_ना_समझ_था