अब इस ढलती शाम में.. वो समंदर का किनारा, मेरे कंधे पर उसका सर वो हवा के साथ शांत होती लहरें, उसके हाथों में मेरा हाथ, पहले जैसी बात नहीं, अब इस ढलती शाम में.. पहले जैसी बात नहीं, क्या तुमको कुछ याद नहीं। #पहलेजैसीबात #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi