धर्म अधर्म की लड़ाई में एक सोलह बरस का योद्धा था चक्रयुह भेदने का ज्ञान उसे प्राप्त था अधर्म का विनाश करने चल दिया वो अकेला था पिता जिसके अर्जुन माता जिसकी सुभद्रा भगवान श्री कृष्ण का वो शिष्य था अपार साहस, धेर्य,जिसमें वो एक वीर अभिमन्यु था सात योद्धा से वो अकेला लडा हार ना उसने मानी युग युग्नातर तक अमर है वीर अभिमन्यू की कहानी. -शुभम खामकर #abhimanyu #mahabharat #