अभी तो चर्चे इश्क़ के बस शुरू हुवे है मेरा नाम बदनाम होना अभी बाकि है अभी तो बस सिरहानों मे ही नमी है अश्क़ों का सरेआम होना अभी बाकी है अभी तो बस बेह रहा है लहू अश्क़ बनकर दिल का कत्लेआम होना अभी बाकि है उदासी क्यों जो टूटकर गिरे शाखों से गुलदस्ता बन नीलाम होना अभी बाकि है अभी तो चर्चे इश्क़ के बस सुरु हुवे है मेरा नाम बदनाम होना अभी बाकी है.. @prakash_writes_04 #बाकी