सफर पर अकेले निकले थे साथी दो-चार मिल गए, कली तो एक ही निकली थी गुल दो-चार खिल गए, ये अजीब सी बातें हैं किस-किस को बताऊं मैं, मोहब्बत तो एक से की थी रिश्ते दो-चार बन गए । Do-Char mil gye.. #mohabbat #pyar #love #ishq #shayri #poem #dil #poetry #quotes #like