आज पलकों के बांध टूटे, तो अश्क दामन पर गिर आए। ये अश्क मेरे इश्क की, तौहिन कर आए।। जैसे जी रहा हूँ मैं, पी-पीकर गरम अश्को को। कोई और पिए तो, कलेजा जल जाए।। ©P Prashun Mishra #ashko #Night