ऑनलाईन क्लास की कड़ी सच ऑनलाइन में पढ़ाना है, मित्रों! पढ़ाना है रोज। छात्रों कों पाठ समझाना है, यह है मेरा शोच।। छात्रों आज लेट लेट के पढ़ रहे दिनभर। शिक्षकों आज बैठ बैठ के तैयार कर रहे रातभर।। सुबह होते ही मोबाइल खोल के शिक्षक डालते हैं मेट्रियल्स। घंटी सूनके माम्मी बोली शुरु हुई है तेरा क्लास।। पापा सुनके बोल रहे है आज मुझे जाना है आफिस। मम्मी! आज है मैथ की क्लास तो हो जायेगा मिस।। आज ही हमारा आफिस पे मोबाइल से होगी मीटिंग। मोबाइल तुम्हे कैसे दूं बोलो बेटा हेस्टिंग।। मम्मी! मुझे मोबाइल चाहिए, नहीं तो मार्क्स आयेगा कम। पापा को समझाओ, मोबाइल के बिना पढ़ाई में लगेगा रोकथम।। मुझें पता है, तुमलोग मोबाइल पे क्या करते हो दिनभर। पढ़ाई के नाम पे मोबाइल लेकर बन जाते हो कलाकार।। अयन के पापा कल दिखाया, इनलोगों के कारबारी। क्लास के टाइम खेल खेल के बिताते है पारी।। #छिन्नपत्र#