सूरत शादी का स्वर कोकिला और सच्चे अर्थ में भारत की अनमोल लता मंगेश्वर का जाना एक ऐसे युग का अवसान है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता अपने सुरीले गीतों के माध्यम से वे अमर रहेगी हमारी यादों में बसी रहेगी उन्हें झंकृत करती रहेंगी और स्वर साधकों को सदैव प्रेरणा भी प्रदान करती रहेंगी आज ही राष्ट्रीय शोक आकुल है और उनकी समितियों को अपनी-अपनी तरह से संजोने में लगा हुआ है तो इसलिए कि उन्होंने कई पीढ़ियों को अपने गीतों से मात्र मुकंद किया है उनके कंठ में सचमुच सरस्वती विरासती थी और शायद इसलिए उनके जो स्वर्यात्रा बचपन में ही शुरू हो गई थी वह अभी हाल तक चलती रहेगी यदि मराठी से लेकर तमिल कन्नड़ तक तमाम भारतीय भाषाओं में गाय उनके गीतों ने उन्हें देश के साथ दुनिया में लोकप्रिय बनाया इसी कारण उन्होंने चाहने वाले संसार भर में थे उन्हें यह साबित किया कि गीत संगीत की कोई सीमा न ई होती उनका व्यक्तित्व इतना विशाल था कि उन्हें गीत संगीत जगत के साथ-साथ राष्ट्रीय जीवन के हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी जब भी कहीं कोई संकट आया तो दिखाई ही अपनी योगदान भी दिया है एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी और साधन के साथ भारतीय थी विलक्षण प्रतिभा की धनी थी यह इससे समझा जा सकता है कि आयु में उन्होंने किशोर भी है अभिनेत्री के गाने गए तन मन को हर्षित और मुद्रित करने वाले उनके स्वर गानों की गीत करना कठिन है लेकिन कुछ भी तो कभी भुला ही नहीं जा सकते जैसे ए मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी उनकी मधुर और मन की गहराई को छू लेने वाली आवाज से गीत संगीत का बड़ा ही जाता है ©Ek villain #जरा आंख में भर लो पानी #proposeday