वो मेरी नज़रे तक पड़ लिया करती थी किसी जमाने मे,जिसे आज तकलीफ भी मेरी नज़र आती नही। वो कभी खामोशी भी समझ लेती थी मेरी, जिसे आज अल्फ़ाज़ भी मेरे समझ आते नही। वो मशहूर था जिसके दिल मे मेरा नाम, आज सामने आकर भी कहते है "मयंक" हम तुम्हे पहचानते नही।। "मयंक कंवर" #nojoto #Mayank