कविता कवि की कल्पना है, कविता है कवि की आत्मा की आवाज, कविता है कवि के भावों का दर्पण, जो करता अपनी लेखनी से दूसरों को अर्पण । कवि करता समाज का चित्रण हटा देता आडम्बरों का आवरण । कवि बन जाता समाज का मार्गदर्शक, बना जाता जीवन को, लेखनी से अपने आकर्षक । कवि की कविता नहीं होती आधारहीन, सीखें होती है उस में बहुत बेहतरीन । दीप: कवि की कविता',,,,,,