जीवन में कुछ पाया नहीं, और कुछ खोने का गम नहीं। बेहतरीन दोस्त हैं पास मेरे, जो किसी दुआ से कम नहीं। है दोस्तों का साथ जब तक, मेरे पास कोई गम नहीं। दोस्तों से बढ़कर इस दुनिया में, मेरा कोई हमदम नहीं। इश्क़, मोहब्बत में अक्सर, धोखे और ज़ख्म मिलते हैं। दोस्तों के साथ जैसा, दुनिया में कोई और मरहम नहीं। भूल जाते हैं सब अक्सर, वक़्त के साथ रिश्तों नातों को। पर दोस्ती से बढ़कर, इस दुनिया में कोई कसम नहीं। अक्सर देखा है लोगों को, पैसों की ख़ातिर साथ छोड़ते। पर पैसों में बिक जाए कहीं, ऐसा दोस्त मेरा बेरहम नहीं। ♥️ Challenge-562 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।