dear overthinking वाले दोस्त यकीन मानो मैं भी तुम्हारे जैसी ही हूँ। सोच के भीतर एक और सोच और उसके भीतर एक और सोच कभी कभी मैं सोचती हूं कि मैं इतना क्यों सोचती हूं। पर फिर सोचती हूं अगर मैंने सोचा नही तो मैं लिखूंगी क्या? कितना सोचते हो फर्क नहीं पड़ता पर क्या सोचते हो, उससे फर्क पड़ता है। इसलिए अच्छा सोचो न यार। ©Anjali Verma #kohra चलो कुछ अच्छा सोचें??. #thought_of_the_day #motavitonal #motivatuonal_quotes #motivatedthoughts #Nojoto #my📓my🖋️ AbhiJaunpur heartlessrj1297 Dikesh Kanani (Vvipdikesh) Rakesh Kumar Das Suhana parvin