नई सुबह की नई शुरुआत, नई राह हमें जाना है। कितने भी तूफान आए, कश्ती को पार लगाना है। मंज़िल तक पहुँचने के लिए, पंछी बन उड़ जाना है। राह-ए-मंज़र का लुत्फ उठा, कलरव शोर मचाना है। रुकना नहीं, थकना नहीं, हर हाल में चलते जाना है। चाहे कितनी भी मुश्किल आए, हमको मुस्कुराना है। जीवन की ये रीत निराली, सबको मिलता कष्ट यहाँ। दुःख के बादल छंटते ही, सुख का मंजर आना है। पर तुम अपनी कोशिश में, कमी कभी करना दोस्त। मायूस नहीं होना है हमको, हर हाल में जीत जाना है। 🌝प्रतियोगिता-218🌝 👍🏻चित्र प्रतियोगिता - 27👍🏻 ✨✨आज की चित्र प्रतियोगिता के अंतर्गत आपको चित्र को ध्यान में रखते हुए लिखना है I ध्यान रहे कि शब्दों की सीमा इस चित्रपट पर ही जो अंकित हो सके उतनी रहे I ✨✨ 🌟 पहले सावधानी पूर्वक "CAPTION" पढ़ें और दिए हुए शब्द को ध्यान में रखते हुए अपने ख़ूबसूरत शब्दों एवं भावों के साथ अपने एहसास कहें।