जवानी की दहलीज़ पर, खड़ी थी जब मैं, मिला मुझे मेरा प्यार, हुई फ़िर पूरी मैं, आया वक़्त वो भी, हुए हम दोनों जब एक, था सब कुछ हसीन, जब थे वो मेरे, लेकिन वक़्त की चपेट में, आई मैं, हुई मैं तबाह, वो चल दिए दूसरी राह पर, बना के किसी और को, अपना हमनवा, इंतज़ार में रही मैं, के लौट आएंगे वो कभी, रोती रही मैं, के वो हो जायेंगे, मेरे भी कभी, लेकिन वक़्त जा चुका था, वो जा चुके थे, तन्हा छोड़ मुझे, इस सोच में.. की थी क्या गलती मेरी। #yqdidi #love #marriage #betrayal #pain #another #women