जिसे बेशक़ीमती माना मैंने, जाने उसने मुझे कैसा समझा, जिसकी चाहत थी मुझे,वो मोहब्बत थी ,उसने क्यों पैसा समझा, कीमत लगाई मेरे जज्बातों की सामान की तरह, मुझे किस बाजार की वैश्या समझा, #Nojoto, #Shayar_Sharif, #Mohabbat, #Kimat, #Paisa, #Jajbaat , #Vaishya