अमरकथा सुख,दुःख विवेचन में प्रेम कथानक क्योंकि वो चुनता है मिठास दो दिल एक जान के गौण मध्य में उसे प्रस्तुत करना मूलभूत स्वभाव मानव का कुछ चंद ही असमंजस में क्रंदन और वहाँ प्रेम का अल्पता प्रेम के परवान कई आते हैं अमर कथा सुख,दुःख प्रेमकथा का इच्छुक होता है,और अमर प्रेमकथा का जन्म होता है। प्रेम शब्द झरते रहते हैं बात खत्म #लगताथा #प्रेमपुष्प #मै_कविता #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with Kavita Singh