जिनसे मेरे हर दिन और रात हैं, अब बदल रहे उनके जज्बात हैं! सिलसिला ना मीठी बातों का है, और ना ही हसीं मुलाकातों का है.! फिर भी वो मेरे अंत और आगाज हैं दिल..उनकी यादों से आबाद है..! पर ना जाने क्यों,अब धीरे -धीरे... बदल रहे...उनके जज्बात हैं....! ©Saumya Sakshi #Memories #Thoughts