Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब कभी भी दिखाई देती है तुम्हारे माथे पर चिंता की

जब कभी भी दिखाई देती है तुम्हारे माथे पर
चिंता की लकीरें दिल बेचैन हो उठता है मेरा
अक्सर जब देखता हूं तुम्हें मैं अपनी
वेदनाओ को छुपाते तुम्हारी खोखली हसी के मध्य
सच कहूं तो मेरा रोम रोम पीड़ा में डूब जाता हैं
जब कभी तुम उदास हताश बैठी होती हो
मन करता है जाकर तुम्हें लगा लू अपने सीने से
तुम्हारे सारे दुःख दर्द को अपना लू या दूर कर दू...

©Ankur tiwari #Widows
जब कभी भी दिखाई देती है तुम्हारे माथे पर
चिंता की लकीरें दिल बेचैन हो उठता है मेरा
अक्सर जब देखता हूं तुम्हें मैं अपनी
वेदनाओ को छुपाते तुम्हारी खोखली हसी के मध्य
सच कहूं तो मेरा रोम रोम पीड़ा में डूब जाता हैं
जब कभी तुम उदास हताश बैठी होती हो
मन करता है जाकर तुम्हें लगा लू अपने सीने से
तुम्हारे सारे दुःख दर्द को अपना लू या दूर कर दू...

©Ankur tiwari #Widows
ankur2158551459298

Ankur tiwari

Bronze Star
New Creator
streak icon5