#एहसास ए अंजुली आज ये प्रकृति चुप हैं कल वो प्रकृति चीख_चीख कर बोलेगी तुम गुनेगार हो मेरे और लग जाए तुम्हे मेरी उम्र ये दुआ हैं मेरी उस दिन मौत तुम्हारे करीब न आएगी और फैसला होगा उसकी अदालत में इश्क की सजा तुम्हे सुनाई जाएगी और रोओगे तुम उसे दिन और धीरे से में मुस्कुराउंगी 😠🙁😷😞😠😠 ©Anju एहसास ए अंजुली