प्रेम जो जाने प्रेम ही माने प्रेम बिना जग सूना प्रेम पूजारण प्रीत को देखे बिन नहीं खोले नैना हो मन से मीत का स्वर मिल जाए धरती अंबर सब झुक जाए प्रेम की लगन लगे जब प्रेम की हो लय मिलने से ना रोके नियति ना रोक पाए समय मिलने से ना रोके नियति ना रोक पाए समय