दिल कैसे कहे यह दिल की बात| डरी सी थी, कुछ सहमी सी थी | झूठे समाज के बँंधन में फँंसी सी थी, पर तुम तो थे आज़ाद अपार जो जानी होती मन की बात तो होते आज हम साथ-साथ|| #दिल #मन_की_बातें #गहराप्यार #yqbaba #yqtales #yqdidi #yqhindi #yqdiary