कविता बहुत सस्ती होती है साहेब दो रुपए की पेन और दो रुपए की कॉपी मैं ही सिमट जाती है लेकिन कविता लिखने का हुनर आप दुनिया की सारी दौलत देकर भी नहीं खरीद सकते