क्यों अच्छे को अच्छा नहीं मिल रहा क्यों पापी खुशी खुशी जी रहा ईमानदारी घुटने रगड़ रही है बेईमानी ठहाके भर रही है शरीफ जी रहा डरा डरा बदमाश बेख़ौफ़ इतरा रहा सब ईश्वर की मर्जी है क्या? बेफ़िक्री में ज़िन्दगी नहीं गुज़ारी जा सकती! #सोचिए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi