बिना जल खाली कूप निरर्थक होता है उसके खालीपन को भरता है बाहरी कूड़ा-कबाड़ खो जाती है अहमियत उस कूप की नहीं भरता बरखा का पानी उसमें वैसे ही कुछ रिश्ते और संबंध भी हैं उनमें एहसास का,स्नेह का,लगाव का पानी न रहे तो भर जाता है उनमें शंका,संदेह, अजनबीपन का कचरा जो निरर्थक बना देता है उनके औचित्य को..! 🌹 #mनिर्झरा Copyright protected ©️®️ 27/09/2020 #yqdidi #yqhindi #yqlifelessons #yqquotes #yqtales