#MyPoetry#मखमल#सौरभ#SaurabhArora#' मखमल '
तेरे जाने के बाद भी मुकम्मल खड़ा हूँ मैं,
देख ले, मेरे जिगर में शाबाशी कितनी है,
मेरा बिस्तर आज भी करता है इंतज़ार तेरा,
देख ले मखमल को मखमल से मिलने की बेताबी कितनी हैबेताबीबिस्तरnojotonojotohindinojotoshayarisattireSircasticsaurabhwriterfromheartlovelifejigarshabashitanhaikeysquotespoempoetrystoriesintezardilstrongbraveinspirationalthoughtvichar #कविता