पन्नों पे जो लिखा था मैंने, वो न जाने किसकी तस्वीर बन गयी! इक दिन जुबान से निकली और मेरी तकदीर बन गयी।। ...by Vikas Sahni #तकदीर #बन #गयी...#by #Vikas #Sahni