#OpenPoetry अपने हिस्से के हमनें किस्से सुने है. बातें नहीं होती अब, पर मैंने अपनों के दिल के भी अरमान सुने है, दूर हो कर बहाने करते है. की दूर रहे हमसे खुश होने के लिए, हमसे वो लाखों झूठ भी बोला करते है. पर हम भी समझते है सच्चे रिश्तों को, हम ख़ुश तो रहते है, पर हर पल अपनों के पास रहते है. अपनों के अरमान..... dost