आज बता देता हुँ क्यों प्यार करता हुँ तुझे क्युंकि तेरी आँखे पसंद है मुझे..... वो आँखे हैं तेरी जो कहानियाँ सुनते सुनते उसे जी भी लिया करती थीं तेरी बातों में खोना अच्छा लगता है तेरे से दूर नहीं रह पाता अब तू ही बता उसे ठीक कैसे करू समझा मुझे.......