गुलकन 'नाचीज -ए - पत्ते' की कीमत बढ़ा देती है ! मगर पत्ते की औकात तो देखो उसे ही दबा देता है ! मगर क्या करें जनाब कुदरत भी इंसाफ जानता है ! *गुलकन का स्वाद लिया जाता है और पत्ता थूक दिया जाता है !* #PaanKhayeHoKabhi?