उस अँधेरे में वो रोशनी बन कर आयी मेरी अधूरी सी कहानी में जैसे वो पूरा सा एक किस्सा बनकर आयी तालुकत ना थे वक़्त के भंवर में उससे मेरे दूर तलक फिर भी मेरी धूप भरी जिंदगी में वो छांव बनकर के आयी बेरंग सी मेरी दुनिया में वो हसीं चांद की चांदनी जैसे बनकर के आयी । Lipsita Palei